मानवोत्कर्ष : एक निबंधित संस्था जो की बिहार राज्य में कार्यशील है ।
निबंधन संख्या: २३२/०६-०७
मुख्य कार्यान्वयन कार्यालय : मानवोत्कर्ष विद्यापीठ
शिव मंदिर के नजदीक, योगीपुर
कंकरबाग, पटना-20
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मानवोत्कर्ष संस्था के उद्देश्य:
क :- मानवीय उत्कर्ष से सम्बंधित सभी पहलुओं पर गौर करते हुए जन-जागरण अभियान चलाना
ख :- 'मान्वोत्कर्ष' का मूल सिद्धांत "मानवता में विश्वास" एवं "समता मूलक कार्य" पर आधारित रहेगा
ग :- पूर्ण शिक्षित सम्माज की स्थापना हेतु बाल एवं व्यस्क शिक्षण कार्यक्रम चलाना
घ :- शारीरिक एवं बौद्धिक रूप से कमजोर बच्चों के विकास हेतु शिक्षा एवं सेवा का प्रबंध करना
:- सामाजिक विकास व सत्य तथ्यों के प्रचार प्रसार हेतु पत्र-पत्रिका व साहित्य सृजन कर प्रकाशित करना
च :- मानवोत्कर्ष हेतु पुस्तकालय, वाचनालय, संगीतालय आदि का प्रबंध करना
निबंधन संख्या: २३२/०६-०७
मुख्य कार्यान्वयन कार्यालय : मानवोत्कर्ष विद्यापीठ
शिव मंदिर के नजदीक, योगीपुर
कंकरबाग, पटना-20
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मानवोत्कर्ष संस्था के उद्देश्य:
क :- मानवीय उत्कर्ष से सम्बंधित सभी पहलुओं पर गौर करते हुए जन-जागरण अभियान चलाना
ख :- 'मान्वोत्कर्ष' का मूल सिद्धांत "मानवता में विश्वास" एवं "समता मूलक कार्य" पर आधारित रहेगा
ग :- पूर्ण शिक्षित सम्माज की स्थापना हेतु बाल एवं व्यस्क शिक्षण कार्यक्रम चलाना
घ :- शारीरिक एवं बौद्धिक रूप से कमजोर बच्चों के विकास हेतु शिक्षा एवं सेवा का प्रबंध करना
:- सामाजिक विकास व सत्य तथ्यों के प्रचार प्रसार हेतु पत्र-पत्रिका व साहित्य सृजन कर प्रकाशित करना
च :- मानवोत्कर्ष हेतु पुस्तकालय, वाचनालय, संगीतालय आदि का प्रबंध करना
छ :- भ्रष्टाचार मुक्त समाज की स्थापना हेतु जीवन के समग्र क्षेत्रों की सच्ची जानकारी से सरकार व जनता को पत्र-पत्रिका के माध्यम से वाकिफ कराने का प्रयत्न करना
ज :-विकास कार्यों के समन्वयन और प्रदुषण एवं विनाश के कारणों का सेमिनार, गोष्ठी आदि का प्रबंध कर जानकारी उपलब्ध करने क सतत प्रयास करना
झ :-प्रकृति के सत्य तथ्यों एवं नए आविष्कारों की जानकारी देना
ट :- स्वास्थ्य रक्षा हेतु जानकारी उपलब्ध कराने एवं रोगों से मुक्ति हेतु शिविर का आयोजन करना
ठ :- भारतीय सभ्यता व् संस्कृति के विकास हेतु आवश्यक कार्य संपादन करना तथा राष्ट्रभाषा हिंदी के विकास हेतु प्रचार-प्रसार का कार्य करना
ड :- जातिगत, धर्मगत आदि के निहित संकीर्ण विचारों को दूर कर प्रेममय व शांतिमय वातावरण के निर्माण करने का प्रयत्न करना
ढ :- कृषि विकास हेतु बीज, खाद, सिंचाई आदि क प्रबंध करना
ण :- सरकार से जमीन प्राप्त कर वन रोपण, बागवानी, गृह विहिनों हेतु आवास आदि कार्यों में समायोजित करना
त :- महिलाओं व पुरुषों के स्वरोजगार में नियोजन हेतु प्रशिक्षण देकर रोजगार का प्रबंध करना जैसे - शिल्प शिक्षा, कम्प्यूटर प्रशिक्षण, गृह प्रबंध की जानकारी, सिलाई केंद्र, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन, रेशम कीट पालन, दुग्ध उत्पादन, भेड़-बकरी पालन आदि में बेरोजगारों को प्रयुक्त करना।
थ :- गावों, शहरों, कस्बों आदि के सार्वजानिक क्षेत्रों से सामूहिक विकास हेतु आर्थिक उत्पादन को बढावा देना।
द :- मानवीय शांति हेतु मनोरंजन क प्रबंध करना
ध :- सफाई व स्वच्छता हेतु शौचालय, नाला आदि का निर्माण करना।
न :- जनता व समाज के आवश्यक मांगों को सरकार के निकट शांतिपूर्ण ढंग से प्रस्तुत करना एवं समय व श्रम को क्षति पहुंचाने वाले कार्यक्रमों को यथा बंद अभियान, हिंसक तथा उग्र प्रदर्शन आदि का शांति व अहिंसापूर्ण ढंग से विरोध करना।
प :- संस्था की सेवा भारत व विश्व के सभी वर्ग, धर्म, सम्प्रदाय एवं भाषा को बिना भेदभाव के उपलब्ध रहेगी।
फ :- उपरोक्त कार्यक्रमों के सफल संचालन हेतु उपकेंद्रों की स्थापना करना तथा कार्यों के सम्पादन हेतु जनता देशी या विदेशी सरकार द्वारा दान, अनुदान प्राप्त कर आवश्यक धन जुटाना एवं उद्देश्यों की पूर्ती हेतु भारतीय संविधान के अंतर्गत जो कार्य उचित समझा जाय, उसे करने का प्रयास करना।
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आपकी सहयोग राशि मानवता के नाम .................................
नाम- Kaushal Kumar Kaushalendra Sinha
A/c No. 20070981773 (State Bank of India)
ज :-विकास कार्यों के समन्वयन और प्रदुषण एवं विनाश के कारणों का सेमिनार, गोष्ठी आदि का प्रबंध कर जानकारी उपलब्ध करने क सतत प्रयास करना
झ :-प्रकृति के सत्य तथ्यों एवं नए आविष्कारों की जानकारी देना
ट :- स्वास्थ्य रक्षा हेतु जानकारी उपलब्ध कराने एवं रोगों से मुक्ति हेतु शिविर का आयोजन करना
ठ :- भारतीय सभ्यता व् संस्कृति के विकास हेतु आवश्यक कार्य संपादन करना तथा राष्ट्रभाषा हिंदी के विकास हेतु प्रचार-प्रसार का कार्य करना
ड :- जातिगत, धर्मगत आदि के निहित संकीर्ण विचारों को दूर कर प्रेममय व शांतिमय वातावरण के निर्माण करने का प्रयत्न करना
ढ :- कृषि विकास हेतु बीज, खाद, सिंचाई आदि क प्रबंध करना
ण :- सरकार से जमीन प्राप्त कर वन रोपण, बागवानी, गृह विहिनों हेतु आवास आदि कार्यों में समायोजित करना
त :- महिलाओं व पुरुषों के स्वरोजगार में नियोजन हेतु प्रशिक्षण देकर रोजगार का प्रबंध करना जैसे - शिल्प शिक्षा, कम्प्यूटर प्रशिक्षण, गृह प्रबंध की जानकारी, सिलाई केंद्र, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन, रेशम कीट पालन, दुग्ध उत्पादन, भेड़-बकरी पालन आदि में बेरोजगारों को प्रयुक्त करना।
थ :- गावों, शहरों, कस्बों आदि के सार्वजानिक क्षेत्रों से सामूहिक विकास हेतु आर्थिक उत्पादन को बढावा देना।
द :- मानवीय शांति हेतु मनोरंजन क प्रबंध करना
ध :- सफाई व स्वच्छता हेतु शौचालय, नाला आदि का निर्माण करना।
न :- जनता व समाज के आवश्यक मांगों को सरकार के निकट शांतिपूर्ण ढंग से प्रस्तुत करना एवं समय व श्रम को क्षति पहुंचाने वाले कार्यक्रमों को यथा बंद अभियान, हिंसक तथा उग्र प्रदर्शन आदि का शांति व अहिंसापूर्ण ढंग से विरोध करना।
प :- संस्था की सेवा भारत व विश्व के सभी वर्ग, धर्म, सम्प्रदाय एवं भाषा को बिना भेदभाव के उपलब्ध रहेगी।
फ :- उपरोक्त कार्यक्रमों के सफल संचालन हेतु उपकेंद्रों की स्थापना करना तथा कार्यों के सम्पादन हेतु जनता देशी या विदेशी सरकार द्वारा दान, अनुदान प्राप्त कर आवश्यक धन जुटाना एवं उद्देश्यों की पूर्ती हेतु भारतीय संविधान के अंतर्गत जो कार्य उचित समझा जाय, उसे करने का प्रयास करना।
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आपकी सहयोग राशि मानवता के नाम .................................
नाम- Kaushal Kumar Kaushalendra Sinha
A/c No. 20070981773 (State Bank of India)
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ReplyDeletei too hope that everybody contribute for this.
ReplyDeleteShikshit Bharat Samriddh Bharat
ReplyDeleteShikshit Bharat Samriddh Bharat
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